Two Sculptures by Hiralal Rajasthani
कला साहित्य के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके दिल्ली प्रशासन में कलाध्यापक के पद पर कार्यरत, सुप्रसिद्ध मूर्तिकार व दलित लेखक संघ के अध्यक्ष हीरालाल राजस्थानी का जन्म 9 जून 1968 प्रसाद नगर दिल्ली में हुआ। इनको राजस्थान ललित कला अकादमी से ‘कोल्डड्रिंम’ नामक मूर्तिशिल्प में राष्ट्रीय पुरुस्कार (बैनाले अवॉर्ड) 1997, फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट, जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली से बेस्ट परफॉर्मेंस इन स्कल्प्चर अवॉर्ड 1993, साहित्य कला परिषद दिल्ली से युवा महोत्सव में भागीदारी पुरुस्कार 1993 और 1994 में, एन्टी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया करनाल हरियाणा की ओर से कला व साहित्य में उत्कृष्ट योगदान हेतु राष्ट्रीय गौरव सम्मान और ग्लोबल ब्रिलियन्स अवॉर्ड 2018 में तथा एक काव्य संग्रह ‘मैं साधु नहीं’ कदम प्रकाशन से 2017 में प्रकाशित हो चुका है।"/> कला साहित्य के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके दिल्ली प्रशासन में कलाध्यापक के पद पर कार्यरत, सुप्रसिद्ध मूर्तिकार व दलित लेखक संघ के अध्यक्ष हीरालाल राजस्थानी का जन्म 9 जून 1968 प्रसाद नगर दिल्ली में हुआ। इनको राजस्थान ललित कला अकादमी से ‘कोल्डड्रिंम’ नामक मूर्तिशिल्प में राष्ट्रीय पुरुस्कार (बैनाले अवॉर्ड) 1997, फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट, जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली से बेस्ट परफॉर्मेंस इन स्कल्प्चर अवॉर्ड 1993, साहित्य कला परिषद दिल्ली से युवा महोत्सव में भागीदारी पुरुस्कार 1993 और 1994 में, एन्टी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया करनाल हरियाणा की ओर से कला व साहित्य में उत्कृष्ट योगदान हेतु राष्ट्रीय गौरव सम्मान और ग्लोबल ब्रिलियन्स अवॉर्ड 2018 में तथा एक काव्य संग्रह ‘मैं साधु नहीं’ कदम प्रकाशन से 2017 में प्रकाशित हो चुका है।"/> कला साहित्य के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके दिल्ली प्रशासन में कलाध्यापक के पद पर कार्यरत, सुप्रसिद्ध मूर्तिकार व दलित लेखक संघ के अध्यक्ष हीरालाल राजस्थानी का जन्म 9 जून 1968 प्रसाद नगर दिल्ली में हुआ। इनको राजस्थान ललित कला अकादमी से ‘कोल्डड्रिंम’ नामक मूर्तिशिल्प में राष्ट्रीय पुरुस्कार (बैनाले अवॉर्ड) 1997, फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट, जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली से बेस्ट परफॉर्मेंस इन स्कल्प्चर अवॉर्ड 1993, साहित्य कला परिषद दिल्ली से युवा महोत्सव में भागीदारी पुरुस्कार 1993 और 1994 में, एन्टी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया करनाल हरियाणा की ओर से कला व साहित्य में उत्कृष्ट योगदान हेतु राष्ट्रीय गौरव सम्मान और ग्लोबल ब्रिलियन्स अवॉर्ड 2018 में तथा एक काव्य संग्रह ‘मैं साधु नहीं’ कदम प्रकाशन से 2017 में प्रकाशित हो चुका है।"/>