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हरे सांप: दो कविताएं

हीरालाल राजस्थानी

मिर्चें

 

मिर्चें झाड़ से गुच्छे में

फूट पड़ती हैं आड़ी टेड़ी

कैसी भी हरी झक

लेकिन जब ये सूख जाती हैं

बिन खाद पानी और हवा के

तब ये अकड़ पड़ती है

लाल होकर

अपने तेवर के साथ

एक एक बीज

आग उगलने लगता है जिव्हा पर

और धधक पड़ता है

शरीर की रग रग में

इंकलाब बनकर।।

 

 

हरे सांप

 

हरे सांप, काले सांपों की तरह

गुलामी के पिटारे में नहीं फसते

और न ही छुपने के लिए तलाशते हैं

चूहों के बिल

वे संगठित होकर

फुंकारते हैं दूर से ही अपने दुश्मन को

जो लालच का दूध दिखाकर पुचकारते हैं

वे नकार देते हैं झट से

उन तक पहुंचने वाली कटोरियों को

उन्हें मालूम है

दूध उनके जोश को

होश को

हक़ों और उसूलों को दरकिनार कर

छीन लेगा उनका हौंसला

और जकड़ लेगा अपनी गिरफ्त में

वे बीन की धुन से भी आकर्षित नहीं होते

वे भांप लेते हैं दूर से ही सपेरों की चालसाजी को

और हरी घांस की रहनुमाई में

बुनते हैं अपने वजूद की लड़ाई

वे बिलों में नहीं ठहरते

उनके वास

दरख्तों की टहनियां और हरे पत्तों की छाँव में मिलते हैं

इसलिए वे दूर रहते हैं सपेरों की पकड़ से

वे लड़ते हैं मरते दम तक

अपने हक़ों हुक़ूक़ और आज़ादी के लिए

और बचा लेते हैं

अपने अस्तित्व को शातिर सपेरों से

जो काले सांपों को तमाशा बनाकर

उन्हें रगड़ते आये हैं सदियों से

गुलामों की तरह बड़ी आसानी से।।

कला साहित्य के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके दिल्ली प्रशासन में कलाध्यापक के पद पर कार्यरत, सुप्रसिद्ध मूर्तिकार व दलित लेखक संघ के अध्यक्ष हीरालाल राजस्थानी का जन्म 9 जून 1968 प्रसाद नगर दिल्ली में हुआ।  इनको राजस्थान ललित कला अकादमी से ‘कोल्डड्रिंम’ नामक मूर्तिशिल्प में राष्ट्रीय पुरुस्कार (बैनाले अवॉर्ड) 1997, फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट, जामिया मिल्लिया इस्लामिया दिल्ली से बेस्ट परफॉर्मेंस इन स्कल्प्चर अवॉर्ड 1993, साहित्य कला परिषद दिल्ली से युवा महोत्सव में भागीदारी पुरुस्कार 1993 और 1994 में, एन्टी करप्शन फाउंडेशन ऑफ इंडिया करनाल हरियाणा की ओर से कला व साहित्य में उत्कृष्ट योगदान हेतु राष्ट्रीय गौरव सम्मान और ग्लोबल ब्रिलियन्स अवॉर्ड 2018 में तथा एक काव्य संग्रह ‘मैं साधु नहीं’ कदम प्रकाशन से 2017 में प्रकाशित हो चुका है।

Shoili Kanungo is a graphic designer, illustrator and visual artist. She has worked on a range of communication design projects in Sydney and New Delhi. For more on her work, see shoilikanungo.com.